चंदौली पी डी डी यू नगर! पब्लिक इंटरेस्ट थिंकर्स असेंबली” पिता” संस्था  द्वारा आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु जनसेवा  कार्यक्रम का आयोजन किया गया.  यह कैंप अस्सु लान इस्लामपुर वार्ड 10 और 11 में आयोजित हुआ. इस कैंप में आम ज़न को आयुष्मान कार्ड धारक होने के लिए सहायता प्रदान करते हुए उपयुक्त और योग्य को तुरंत इस सहायता सुविधा उपलब्ध कराना है.? अगर आप भी आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पात्र हैं तो इस कार्ड को बनवा सकते हैं जिससे आप सूचीबद्ध अस्पताल (जो अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में पंजीकृत हैं) में अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। आप हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं जिसका पूरा खर्च सरकार उठाती है।आज के इस शिविर में 104 लोगों ने पात्रता प्रशिक्षण हेतु उपस्थिति दी जिसमें वर्तमान पात्रता में 41 लोगों को यहा इस सेवा का लाभ प्राप्त हुआ. जिसमें 70 बर्ष व उससे ऊपर उम्र की संख्या की बहुलता रही जब की 70 साल से कम 6 संख्या के राशनकार्ड धारक भी इसमें लाभान्वित हुए. पिता टीम के अध्यक्ष सतनाम सिंह (सोशल ऐक्टिविस्ट) ने इस कार्ड का लाभ और उसकी उपयोगिता भी आगंतुकों को बताई. इस कैंप का नेतृत्व तारिक अब्बास , अस्सु भाई, अजहर भाई तथा तनवीर अंसारी (एडवोकेट) द्वारा किया गया., पिता संस्था द्वारा आयुष्मान कार्ड का अगला निशुल्क कैंप वार्ड नंबर 7  पराहुपुर, जायसवाल स्कूल रोड पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर मुगलसराय में 4 जनवरी शनिवार को आयोजित किया जाएगा,
कैंप में आए हुए लोगों को आयुष्मान कार्ड के बारे में विस्तृत जानकारी पिता संस्था के संरक्षक चंद्र भूषण मिश्र कौशिक द्वारा दी गई

आज निःशुल्क आयुष्मान कार्ड कैम्प में में “पिता” संस्था के सदस्य- कुलविंदर सिंह, आनंद खरवार, अमित महलका, अजहर अंसारी, योगेंद्र यादव अल्लू, बिजेंद्र सिंह, दिनेश शर्मा, रवनीत सिंह, हमीर शाह बुद्धू नीतेश कुमार, प्रवीर यादुवेंदु, प्रिया जैस, राजेश गुप्ता, अंकिता राज, महेश नारायण, रीना यादव , रुचिका शाह, श्वेता सिद्दार्थी,उदय शंकर गुप्ता, तनवीर अंसारी, तारीक अब्बास , विजय गुप्ता, विकास आनंद, प्रवीन कुमार मुन्ना, प्रिया जायसवाल, ललित नारायण, वीरेंद्र यादव, इन्द्रजीत कौर, फिरोज खान, मुकेश शर्मा एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।

रिपोर्ट राहुल मेहानी

मिर्जापुर के कछवां थाना क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी चंद्र प्रकाश पटेल, जो भारतीय सेना के जवान थे, युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर शहीद हो गए। सेना के सूबेदार नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह तोप पर कैजुएल्टी का मामला है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर सेना द्वारा आज दोपहर में कछवां लाया जाएगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार गंगा तट पर किया जाएगा।
चंद्र प्रकाश पटेल का 2010 में भारतीय सेना में पहले प्रयास में चयन हुआ था। वह सेना की 99वीं बटालियन में तैनात थे और इन दिनों राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थे। 22 अक्टूबर को वह घर आए थे, और एक सप्ताह के बाद सेना की ड्यूटी के लिए वापस लौट गए थे।
शहीद के परिवार में मातम, गांव में उमड़ी भीड़ चंद्र प्रकाश के निधन की सूचना मिलते ही गांव में गम का माहौल छा गया। शहीद जवान की पत्नी स्नेहा पटेल और ढाई साल के बेटे अयांश के साथ उनका परिवार गहरे शोक में डूबा हुआ है। परिवार के अन्य सदस्य, विशेष रूप से उनके माता-पिता राजपति और राजनाथ पटेल, जो शहादत की खबर सुनकर विलाप कर रहे थे, इस दुःखद घटना से बुरी तरह प्रभावित हैं।

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