प्रेरणा बनीं संस्कृति जी – मानवाधिकार न्यूज़ की संपूर्ण टीम ने किया सम्मान

 

 

मानवाधिकार न्यूज़ विशेष रिपोर्ट
दिनांक: 21 अप्रैल 2025
स्थान: पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, चंदौली

प्रेरणा बनीं संस्कृति जी – मानवाधिकार न्यूज़ की संपूर्ण टीम ने किया सम्मान

आज मानवाधिकार न्यूज़ द्वारा आयोजित एक विशेष बैठक में सुश्री संस्कृति जी का भव्य स्वागत एवं सम्मान किया गया। इस अवसर पर मानवाधिकार न्यूज़ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय रस्तोगी जी के साथ-साथ संगठन की संपूर्ण टीम ने संस्कृति जी को पुष्पगुच्छ और सम्मान पत्र भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

संस्कृति जी की शिक्षा, सेवाभाव और संगठनात्मक योगदान को सराहते हुए श्री संजय रस्तोगी जी ने कहा:

> “संस्कृति जी आज की बेटियों के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने सिद्ध किया है कि शिक्षा, संगठन और सेवा को साथ लेकर भी जीवन में ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकती हैं। उनका यह संतुलन आज के युवाओं को दिशा दिखाता है।”



संस्कृति जी ने B.Com (Hons.) और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में विशेष योग्यता प्राप्त की है, और वर्तमान में कोलकाता में एक प्रतिष्ठित बैंकिंग संस्था में White Collar Crime Investigation से जुड़ा कार्य कर रही हैं।

इसके साथ ही, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और दुर्गा वाहिनी जैसी राष्ट्रसेवा और सांस्कृतिक संस्थाओं में भी सक्रिय रही हैं।

मानवाधिकार न्यूज़ की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय रस्तोगी और पूरी टीम ने एक सुर में कहा:

> “हमें गर्व है कि हमारे साथ ऐसी बेटियाँ जुड़ी हैं जो राष्ट्र और संस्कृति दोनों के लिए समर्पित हैं।”



कार्यक्रम के अंत में संगठन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री रस्तोगी जी ने मानवाधिकार न्यूज़ की कार्यशैली के मूल सिद्धांतों पर भी बल दिया –
सत्य, संवेदनशीलता, प्रमाणिकता, और निष्पक्षता।

कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:

संस्कृति जी का मंचीय स्वागत

प्रेरणादायक उद्बोधन

संजय रस्तोगी जी और टीम द्वारा सम्मान समारोह

संगठन के पत्रकारिता मापदंडों पर दिशा निर्देश


रिपोर्ट:
मानवाधिकार न्यूज़ ब्यूरो, चंदौली

मिर्जापुर के कछवां थाना क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी चंद्र प्रकाश पटेल, जो भारतीय सेना के जवान थे, युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर शहीद हो गए। सेना के सूबेदार नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह तोप पर कैजुएल्टी का मामला है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर सेना द्वारा आज दोपहर में कछवां लाया जाएगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार गंगा तट पर किया जाएगा।
चंद्र प्रकाश पटेल का 2010 में भारतीय सेना में पहले प्रयास में चयन हुआ था। वह सेना की 99वीं बटालियन में तैनात थे और इन दिनों राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थे। 22 अक्टूबर को वह घर आए थे, और एक सप्ताह के बाद सेना की ड्यूटी के लिए वापस लौट गए थे।
शहीद के परिवार में मातम, गांव में उमड़ी भीड़ चंद्र प्रकाश के निधन की सूचना मिलते ही गांव में गम का माहौल छा गया। शहीद जवान की पत्नी स्नेहा पटेल और ढाई साल के बेटे अयांश के साथ उनका परिवार गहरे शोक में डूबा हुआ है। परिवार के अन्य सदस्य, विशेष रूप से उनके माता-पिता राजपति और राजनाथ पटेल, जो शहादत की खबर सुनकर विलाप कर रहे थे, इस दुःखद घटना से बुरी तरह प्रभावित हैं।

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