✍आज दिनांक २१/१२/२४ दिन शनिवार को पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी समाज सेवा सोसायटी वाराणसी महानगर के द्वारा रेलवे पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में रेलवे परिसर के आसपास के गरीब अशाह व्यक्तियों को गर्म कपड़ों का वितरण। रेलवे पुलिस  के क्षेत्राधिकार कुंवर प्रभात सिंह एवं इंस्पेक्टर हेमंत सिंह के उपस्थिति में सोसायटी के महानगर के पदाधिकारीगण एवं महानगर से संबंधित सर्किल एवं शाखा पदाधिकारी एवं सदस्यों एवं अन्य सभी ने मिलकर गर्म कपड़ों के वितरण का काम किया।

वितरण कार्यक्रम में सोसाइटी के महानगर अध्यक्ष इंद्र कुमार मौर्य, महानगर उपाध्यक्ष सतीश गुप्ता,महानगर सचिव संजू श्रीवास्तव, उप सचिव राहुल केसरी, संतोष मिश्रा,
शाखा अध्यक्ष मनोज गुप्ता, नौशाद कुरेशी, अभय पटेल, सलीम जावेद चंद्र पिंटू सुनील कुमार मोहम्मद अख्तर मोहम्मद अख्तर ,रमजान,
एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित है।

रिपोर्ट राहुल मेहानी

पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के ओम नगर वार्ड नंबर 9 में छठ पूजा बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इलाके के सैकड़ों श्रद्धालु घाट पर एकत्रित हुए और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया।

मानवाधिकार न्यूज़ की ओर से मज़दूरों को समर्पित एक अपील
“फिर से चाहिए 8 घंटे का अधिकार –
मज़दूर न किसी का ग़ुलाम है, न कोई व्यापार!”

आज 1 मई – अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस है। यह वह दिन है जब पूरी दुनिया उन मेहनतकश हाथों को सलाम करती है, जिन्होंने अपने खून-पसीने से दुनिया का निर्माण किया है।
लेकिन आज एक बार फिर वही सवाल खड़ा है –
क्या हमारे मज़दूरों को वह सम्मान, वह अधिकार मिल पा रहे हैं जिसके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी थी?

1886 में अमेरिका के शिकागो में जब मज़दूरों ने 8 घंटे की शिफ्ट के लिए अपनी जानें दीं, तब जाकर यह अधिकार मिला।
मगर आज फिर वही मज़दूर 12 से 18 घंटे काम करने को विवश है –
कम मज़दूरी, ज़्यादा काम, और सम्मान शून्य।

मानवाधिकार न्यूज़ की ओर से हम यह स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं:

8 घंटे का काम मज़दूर का हक़ है, एहसान नहीं।

हर श्रमिक को सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, और काम का सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।

मज़दूर को कोई ठेके का सामान न समझें – वह भी एक इंसान है, जिसके सपने हैं, परिवार है, और जीने का हक़ है।


आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है –
मज़दूरों की आवाज़ को फिर से बुलंद करना।
उनके हक़ के लिए एकजुट होना।

हमारा संकल्प:
“रोटी भी चाहिए, इज़्ज़त भी चाहिए,
इंसान हैं हम – गुलाम नहीं!”

आपका
संजय रस्तोगी
राष्ट्रीय अध्यक्ष – मानवाधिकार न्यूज़

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