काशी के मंदिरों से हटाई जा रही साईं बाबा की मूर्ति, सनातन रक्षक दल ने हटाई 14 मूर्तियां, 100 मंदिरों की लिस्ट तैयार

वाराणसी।  काशी के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों को हटाने का अभियान चल रहा है। सनातन रक्षक दल और केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ने अभियान चलाकर तीन दिनों में 14 मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों को ससम्मान हटवाया है. इस अभियान की अगुवाई सनातन रक्षक दल और केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं. अजय शर्मा कर रहे हैं। उनका कहना है कि काशी के मंदिरों में केवल सनातन देवी-देवताओं की मूर्तियां होनी चाहिए, और साईं बाबा को पूजा जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।


कुछ दिनों पहले लोहटिया स्थित बड़ा गणेश मंदिर में साईं बाबा की विशाल प्रतिमा को रातोंरात हटा दिया गया। इस दौरान न तो मंदिर के प्रबंधन ने और न ही अन्य भक्तों ने इसका विरोध किया। हालांकि, इसके अगले दिन इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। पं. अजय शर्मा ने इस मुद्दे पर कहा, “धर्म एवं ज्ञान की नगरी काशीपुरी में जब 33 करोड़ देवी-देवता विद्यमान हैं, तो साईं बाबा की पूजा करने की आवश्यकता क्या है?” उन्होंने यह भी कहा कि जो हिंदू अपनी परंपराओं को भूलकर पौराणिक देवस्थानों पर साईं बाबा को पूजित कर रहे हैं, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

6 साल पहले घर से काम के लिए निकले फिर लौटकर नहीं आए पप्पू जी।
एक प्रयास घर वापसी का अभियान के पास समस्तीपुर से सुमित कुमार सिंह जी द्वारा एक केस आया था एक बुजुर्ग प्रभुजी का जो खुद को मुगल सराय काली महाल चंदौली का बता रहे थे।।केस में जब कार्य करना शुरू किया तो सबसे पहले एक प्रयास घर वापसी का अभियान संस्था के सदस्य दामिनी पांडे जी ने केस को आगे बढ़ाना शुरू किया और वहां की ही रहने वाली बहन नेहा दुबे जी को केस की जानकारी साझा की गई जिन्होंने वहां स्थानीय लोगों तक केस पहुंचाया।इसी दौरान ज्योति खरे जी ने भी वहां कुछ स्थानीय पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की मदद से परिवार को तलाश करने का प्रयास शुरू किया।।
एक प्रयास घर वापसी का अभियान के संस्थापक रजनीश जैन जी के पास
रात्रि में आकाश जी का फोन आया जो उस जगह से काफी हद तक वाकिफ थे और उन्होंने केस की जानकारी वहां के स्थानीय पत्रकार राहुल जी और वहां के सभापति नितिन गुप्ता जी को साझा की।।केस को वहां के सभी ग्रुप में साझा किया गया सभापति नितिन गुप्ता जी द्वारा और सुबह होते होते पप्पू जी के परिवार की जानकारी मिल गई।।
पप्पू जी के भाई दिनेश जी से बात करने पर पता चला कि 6 से 7 साल पहले काम के लिए निकले थे पप्पू जी लेकिन लौटकर नहीं आए ना ही फोन किया।उम्मीद छोड़ चुके परिवार के लिए उम्मीद बनकर आए समस्तीपुर से सुमित कुमार सिंह जी , आकाश जी दिघवारा सारण बिहार , रजनीश जैन जी राजस्थान ,सभापति नितिन गुप्ता जी , करुणदृष्टि केयर फाउंडेशन की संस्थापिका करुणा मिश्रा,ज्योति खरे जी ,  नेहा दुबे जी , दामिनी पांडे जी , रिंकू मिश्रा जी, आकाश कुमार जी सोशल वर्कर सहित सभी सहयोगकर्ताओं को बहुत बहुत साधुवाद धन्यवाद।।

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